Ch1-4. विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा (रोमियों १:१७-१८)

Episode 4 December 08, 2022 00:17:57
Ch1-4. विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा (रोमियों १:१७-१८)
परमेश्वर की धार्मिकता जो रोमियों में प्रगट हुई - हमारा प्रभु जो परमेश्वर की धार्मिकता बना ( I )
Ch1-4. विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा (रोमियों १:१७-१८)

Dec 08 2022 | 00:17:57

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Show Notes

ऐसा लिखा है, “धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा।” क्या हम विश्वास से जीते हैं या नहीं? विश्वास ही केवल एकमात्र तरीका है जिसके द्वारा धर्मी जीवनजो सकता है। विश्वास न्यायी को जीने देता है। जब हम परमेश्वर पर विश्वास करते हैं तो हम सब चीजों के साथ जी सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं। केवल धर्मी जन विश्वास से जीते हैं। ‘केवल’ शब्द का अर्थ है कि धर्मी को छोड़कर कोई भी विश्वास से नहीं जी सकता। फिर पापियों के बारे में क्या? पापी विश्वास से नहीं जी सकते। क्या अब आप विश्वास से जीते हैं? हमें विश्वास से ही जीना चाहिए।

 

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